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"संघर्ष ही सफलता की पहली सीढ़ी है।"

ऐश्वर्या राय

साउथ का सुपरस्टार बना ड्राइवर, ऐश्वर्या राय के साथ किया था काम – तंगी में साफ किए टॉयलेट और बाथरूम

ऐश्वर्या राय के साथ काम कर चुका ये साउथ एक्टर बना टैक्सी ड्राइवर, कभी चमकते करियर के मालिक अब्बास ने आर्थिक तंगी में साफ किए बाथरूम

ऐश्वर्या राय ने अपने करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों से दर्शकों का दिल जीता है। वे सिर्फ अपनी खूबसूरती ही नहीं, दमदार अभिनय के लिए भी जानी जाती हैं। हिंदी सिनेमा के साथ-साथ उन्होंने साउथ इंडस्ट्री में भी शानदार काम किया। लेकिन जहां ऐश्वर्या का स्टारडम आज भी बरकरार है, वहीं उनके साथ स्क्रीन शेयर कर चुके एक एक्टर की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया।

हम बात कर रहे हैं साउथ फिल्मों के जाने-माने अभिनेता मिर्जा अब्बास अली की, जिन्हें अब्बास नाम से जाना जाता है। एक समय था जब अब्बास का स्टारडम चरम पर था। 2000 से 2006 के बीच उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया और कमल हासन, ममूटी और शाहरुख खान जैसे दिग्गजों के साथ स्क्रीन शेयर की। फिल्म ‘हे राम’ में भी वह नजर आए।

स्टार से स्ट्रगलर बने अब्बास

अब्बास ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में तमिल फिल्म ‘कधल देशम’ से की थी, जो सुपरहिट साबित हुई। इसके बाद उन्होंने तमिल और मलयालम इंडस्ट्री में कई सफल फिल्में दीं। लेकिन कुछ सालों बाद उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप होने लगीं और इंडस्ट्री में उन्हें काम मिलना बंद हो गया।

बिजनेस में भी डूबा पैसा

काम कम मिलने पर अब्बास ने दुबई में प्रॉपर्टी में निवेश कर बिजनेस शुरू करने की कोशिश की, लेकिन इसमें भी उन्हें घाटा हुआ। कर्ज चुकाने के लिए उन्होंने छोटे-मोटे रोल्स फ्री में करने शुरू कर दिए। धीरे-धीरे उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि उन्हें अपने फ्लैट और जमीन तक बेचनी पड़ी।

न्यूजीलैंड में संघर्ष की कहानी

इसके बाद अब्बास परिवार के साथ न्यूजीलैंड चले गए। वहां उन्होंने टैक्सी ड्राइवर, मैकेनिक, टॉयलेट क्लीनर और पेट्रोल पंप अटेंडेंट जैसे कई काम किए। उन्होंने शूटिंग लोकेशंस ढूंढने का काम भी किया और कॉल सेंटर में काम कर परिवार का गुजारा चलाया।

खुद सुनाई संघर्ष की दास्तान

एक इंटरव्यू में अब्बास ने कहा, “मैं अपने परिवार के साथ न्यूजीलैंड आया और नई जिंदगी में ढलने की कोशिश की। पेट्रोल पंप पर काम किया, बाथरूम साफ किए, बाइक सर्विसिंग और घरों में इन्सुलेशन का काम किया। आज मैं कॉल सेंटर में क्वालिटी एनालिस्ट के रूप में काम कर रहा हूं। इस संघर्ष ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है।”

एक दौर का स्टार आज आम जिंदगी जी रहा है, लेकिन अपने आत्मसम्मान के साथ – ये कहानी बताती है कि जिंदगी में स्टारडम स्थायी नहीं होता, लेकिन जज्बा और मेहनत हमेशा साथ देते हैं।

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