रायपुर। छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पुलिस विभाग में बड़े स्तर पर फेरबदल की तैयारी की जा रही है। चर्चा है कि अगले एक-दो दिनों में कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) के तबादले किए जा सकते हैं। इसके साथ ही तीन रेंज के आईजी स्तर के अधिकारियों के प्रभार में भी बदलाव की संभावना है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, सरकार अब उन अधिकारियों को मैदान में तैनात करना चाहती है जो कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर हैं। वहीं, सिफारिश या जुगाड़ के आधार पर तैनाती पाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्री विजय शर्मा की मौजूदगी में मंत्रालय में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस दिशा में फैसला लिया गया। इस बैठक में पुलिस विभाग के सभी शीर्ष अधिकारी शामिल थे।
इन जिलों में बदल सकते हैं एसपी
धमतरी, नारायणपुर, खैरागढ़, बेमेतरा, सुकमा, बस्तर, कोंडागांव, कांकेर, दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, गरियाबंद, मुंगेली, सक्ती, जांजगीर-चांपा, कोरबा और महासमुंद जिलों के एसपी बदले जा सकते हैं। इन अधिकारियों के काम से विभाग संतुष्ट नहीं है। इसके अलावा, धमतरी और नारायणपुर के एसपी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की संभावना है, जिससे इन जिलों में नए अधिकारियों की तैनाती तय मानी जा रही है। सूत्रों की मानें तो 2020 बैच के आईपीएस अधिकारियों को पहली बार एसपी पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
मुख्यमंत्री का सख्त संदेश
हाल ही में हुई एसपी कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा था कि सरकार सुशासन के लिए प्रतिबद्ध है, और कानून-व्यवस्था में किसी भी प्रकार की चूक के लिए सीधे एसपी जिम्मेदार होंगे। इसी के चलते सरकार एसपी के प्रदर्शन पर कड़ी निगरानी रख रही है।
रेंज स्तर पर भी बदलाव की तैयारी
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर, सरगुजा और बिलासपुर रेंज के आईजी के प्रभारों में भी बदलाव हो सकता है। रायपुर रेंज के आईजी वर्तमान में ईओडब्ल्यू-एसीबी जैसे महत्वपूर्ण जांच एजेंसी की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। संभावना है कि उन्हें इस दोहरी जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए रायपुर रेंज का कार्यभार किसी और अधिकारी को सौंपा जाएगा। वहीं सरगुजा रेंज के आईजी को पुलिस मुख्यालय में नई जिम्मेदारी दी जा सकती है।
पूर्व गृहमंत्री का पीएम को पत्र
पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हिमांशु गुप्ता की डीजी पद पर हुई पदोन्नति को नियमों के खिलाफ बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि गुप्ता ने मिलीभगत कर यह पदोन्नति प्राप्त की है।
आईपीएस रजनेश सिंह को राहत
राज्य सरकार ने आईपीएस अधिकारी रजनेश सिंह के खिलाफ चल रही विभागीय जांच को समाप्त कर दिया है। ऐसे में उन्हें भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की अटकलें हैं। वर्ष 2019 में कांग्रेस शासनकाल के दौरान उन पर बिना अनुमति के फोन टैपिंग और दस्तावेजों की हेराफेरी जैसे आरोप लगे थे। भूपेश सरकार ने उन्हें निलंबित कर गैर-जमानती धाराओं में मामला दर्ज कराया था। हालांकि अब एसीबी ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर कहा है कि उनके खिलाफ लगे आरोप निराधार थे और कार्यवाही पूरी तरह कानूनी थी, जिसके आधार पर विभागीय जांच समाप्त कर दी गई है।
More Stories
छत्तीसगढ़ में करंट से तेंदुए और वन भैंसे की मौत, वन्यजीव शिकार पर नहीं लग रही रोक
शहर में नकली नोटों का जाल, सतर्क दुकानदार की मदद से युवक चढ़ा पुलिस के हत्थे
नेशनल हेराल्ड केस में भूपेश बघेल का वार, बोले– BJP के इशारे पर काम कर रही ED