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रायपुर में नगर निगम के खोदे गड्ढे में गिरा मासूम, बाइक सवार युवक ने कूदकर बचाई जान

रायपुर। रविवार को रामनगर इलाके में सीवरेज में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं शनिवार को वार्ड-62 में भी ऐसी ही घटना हुई, लेकिन सौभाग्य से बच्चे की जान बच गई। शीतला मंदिर के पास छत्तीसगढ़ नगर में निगम द्वारा खोदी गई चार फीट गहरी एक खतरनाक गड्ढे में शनिवार शाम तीन साल का बच्चा कुशांत साहू गिर गया।

इसी दौरान वहां से बाइक पर जा रहे एक युवक की नजर बच्चे पर पड़ी। युवक ने तुरंत अपनी बाइक छोड़कर गड्ढे में कूदकर बच्चे को बचा लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर कुछ सेकंड की और देरी होती या किसी की नजर नहीं पड़ती, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। गड्ढे में गिरने से बच्चा गंदा पानी पी गया था, जिसके बाद उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया। फिलहाल बच्चा ठीक है।

नगर निगम की लापरवाही पर सवाल उठते हुए, लोगों ने कहा कि बिना किसी सुरक्षा उपाय के गड्ढे खोदकर छोड़ देना एक गंभीर समस्या बन चुका है। इस तरह के हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे पहले लालगंगा शॉपिंग कांप्लेक्स के पास भी एक गड्ढे में मैजिक वाहन गिर चुका था, और कुछ समय बाद उसी गड्ढे में सिटी बस भी घुस गई थी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर निगम ने एक महीने पहले इस गड्ढे को खोदा था। दरअसल, छत्तीसगढ़ नगर में लंबे समय से झागदार पानी आने की शिकायतें थीं, और इसे ठीक करने के लिए निगम द्वारा गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए थे। हालांकि, अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

निगम ने इन गड्ढों के आसपास सुरक्षा घेरा लगाने की कोई व्यवस्था नहीं की है, जबकि जहां भी गड्ढे खोदते हैं, वहां सुरक्षा घेरा बनाने और रेडियम लगाने का नियम है। इसके अलावा, काम पूरा करने के बाद गड्ढों को जल्द पाटने की जरूरत है, लेकिन निगम कई महीनों तक गड्ढे खुले छोड़ देता है, और शिकायतों के बावजूद उन्हें ठीक नहीं किया जाता।

मासूम कुशांत साहू की दादी संतोषी साहू ने बताया कि उस युवक ने उनके पोते की जान बचाई, वह उनके लिए भगवान जैसा था। बच्चा गड्ढे में पूरी तरह डूब गया था, केवल उसके बाल नजर आ रहे थे। युवक अपनी बेटी को लेकर अस्पताल जा रहा था और उसने तुरंत गड्ढे में कूदकर बच्चे को बचा लिया। हम लोग उन्हें पैसे देने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। हमें इस मसीहा का नाम और पता नहीं मिल पाया, और इसका हमें अफसोस है। हमारा पूरा परिवार उन्हें धन्यवाद देना चाहता है, लेकिन फिलहाल उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

शहर में कई स्थानों पर इस तरह के खुले गड्ढे छोड़े गए हैं, जैसे पंडरी मार्केट में 15-20 फीट गहरा गड्ढा, जहां कोई भी गिर सकता है और पता भी नहीं चलेगा। यही हाल पुराने बस स्टैंड पंडरी, राजबंधा मैदान और अन्य स्थानों पर भी है, जहां निगम की लापरवाही साफ नजर आती है।

स्वजन ने बताया कि उनके वार्ड पार्षद बद्री प्रसाद गुप्ता से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वे फोन तक नहीं उठा रहे। मोहल्ले के लोग उनसे मदद की उम्मीद करते थे, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वे जनता को भूल गए हैं।

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