कर्नाटक: 12वीं के परिणाम से आहत पांच छात्राओं ने की आत्महत्या, शिक्षा मंत्री ने दी राहत की उम्मीद
कर्नाटक में कक्षा 12वीं (2nd PUC) के परिणाम घोषित होने के बाद राज्यभर से दुखद घटनाएं सामने आई हैं। परीक्षा में असफल होने या कम अंक आने के कारण पांच छात्राओं ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लिया। इन सभी घटनाओं से प्रदेश में शोक का माहौल है, जबकि राज्य सरकार लगातार छात्रों से आत्मघाती कदम न उठाने की अपील कर रही थी।
किन जिलों से सामने आई घटनाएं:
- मैसूरु के वोंटिकोप्पल की सरकारी पीयू कॉलेज की छात्रा ईश्वर्या
- बल्लारी जिले के सिरगुप्पा तालुक की छात्रा विजयलक्ष्मी
- दावणगेरे की विज्ञान संकाय की छात्रा कृपा
- हावेरी जिले की काव्या बसप्पा लमानी
- बेंगलुरु के सप्तगिरि लेआउट की एक छात्रा
इन छात्राओं ने परिणाम आने के बाद खुद को असफल मानते हुए आत्महत्या कर ली। कई मामलों में छात्राएं पहले से ही मानसिक दबाव में थीं और परिणाम की चिंता उन्हें और भीतर से तोड़ रही थी।
शिक्षा मंत्री का बड़ा ऐलान:
राज्य के शिक्षा मंत्री मधु बंगरप्पा ने परिणाम जारी करते हुए साफ किया कि जो छात्र असफल हुए हैं, उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा,
“यह केवल पहली परीक्षा का परिणाम है। छात्रों को पास होने के लिए दो और मौके दिए जाएंगे। हम किसी छात्र को पूरी तरह अनुत्तीर्ण नहीं मान रहे। परीक्षा प्रक्रिया अभी जारी है।”
मुख्यमंत्री की भावुक अपील:
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी छात्रों और अभिभावकों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा:
“परीक्षा जीवन का अंत नहीं है। जो छात्र असफल हुए हैं, वे हिम्मत रखें। जीवन में और भी मौके मिलेंगे। कृपया जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें।”
सरकार द्वारा दिए गए इस आश्वासन के बाद उम्मीद है कि छात्र आत्मविश्वास के साथ अगली परीक्षा की तैयारी करेंगे और भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
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