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गिरफ्तार

प्रार्थना सभा के दौरान छुपे तौर पर धर्म परिवर्तन की कोशिश कर रहे थे आरोपी, पुलिस ने मौके से किया गिरफ्तार

बिलासपुर। सरकंडा थाना क्षेत्र के बहतराई स्थित अटल आवास में रविवार को आयोजित एक प्रार्थना सभा के दौरान कथित रूप से धर्मांतरण की कोशिश का मामला सामने आया है। हिंदू संगठनों द्वारा विरोध जताए जाने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को हिरासत में लिया है।

मिली जानकारी के मुताबिक, अटल आवास की निवासी दीपा गोटेल हर रविवार अपने घर में प्रार्थना सभा का आयोजन कर रही थीं। 31 मार्च को आयोजित सभा में यदुनंदन नगर निवासी पास्टर दीपक सिंह सिदार और उनकी पत्नी पूजा सिदार ने धार्मिक उपदेश दिए। इस सभा में बड़ी संख्या में हिंदू धर्मावलंबी शामिल हुए थे।

घटना की भनक लगते ही हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और मतांतरण की कोशिश का आरोप लगाते हुए विरोध किया। सूचना मिलते ही सरकंडा थाना प्रभारी निलेश पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत किया।

पुलिस ने दीपा गोटेल, दीपक सिदार, पूजा सिदार, गुरविंदर सिंह, शिवकुमार धीवर और मधु कुमार केंवट को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जांच के बाद छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज करते हुए प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की गई है।

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
धार्मिक सभाओं की आड़ में मतांतरण के प्रयास पहले भी जिले में सामने आ चुके हैं। कई बार बिना अनुमति ऐसे आयोजन कर लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित करने की शिकायतें मिल चुकी हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि इस तरह के आयोजनों के लिए पहले अनुमति लेना अनिवार्य है।

धार्मिक स्वतंत्रता कानून के तहत दंडनीय है दबावपूर्वक मतांतरण
कानून के अनुसार, बिना अनुमति या दबाव डालकर धर्म परिवर्तन कराना अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई की जाती है। इसके बावजूद बिना सूचना या अनुमति के इस तरह की गतिविधियां सामने आ रही हैं, जो चिंताजनक है।

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