जगदलपुर, छत्तीसगढ़: शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय (SMKU) में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठ गए हैं। आवेदकों द्वारा भर्ती में कथित धांधली, मनमाने तरीके से नियुक्तियों और साक्षात्कार के कई दिन बाद भी परिणामों की घोषणा न करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। इस मामले ने विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर संदेह पैदा कर दिया है।
शिकायतकर्ता अनुपम तिवारी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक लिखित शिकायत भेजकर भर्ती प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। तिवारी का आरोप है कि सहायक प्राध्यापक पदों के लिए आयोजित साक्षात्कार में पारदर्शिता का अभाव रहा है और निर्धारित नियमों का उल्लंघन करते हुए अपनी मर्जी से नियुक्तियां की जा रही हैं। यह आरोप ऐसे समय में लगे हैं जब विश्वविद्यालय को नई नियुक्तियों के माध्यम से अपनी शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाना चाहिए था।
जानकारी के अनुसार, साक्षात्कार संपन्न हुए तीन दिन से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं। इस देरी से आवेदकों में बेचैनी और संदेह बढ़ता जा रहा है। आमतौर पर, ऐसे महत्वपूर्ण पदों के साक्षात्कार के बाद परिणाम जल्द ही घोषित कर दिए जाते हैं ताकि चयनित उम्मीदवारों को आगे की प्रक्रिया के लिए तैयारी करने का समय मिल सके। परिणामों में यह असामान्य देरी अनियमितताओं के आरोपों को और बल दे रही है।
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक इन गंभीर आरोपों पर कोई स्पष्टीकरण या आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। आवेदकों और अन्य हितधारकों की मांग है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। यह मामला न केवल विश्वविद्यालय की साख को धूमिल कर रहा है, बल्कि उन योग्य उम्मीदवारों के भविष्य को भी अधर में लटका रहा है, जिन्होंने इन पदों के लिए कड़ी मेहनत की थी। इस विवाद से विश्वविद्यालय में एक नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले ही नकारात्मक माहौल बन गया है, और प्रशासन पर जल्द से जल्द स्थिति स्पष्ट करने का दबाव बढ़ रहा है।
More Stories
स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर विवाद गहराया, रेणु और अमित जोगी ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
सिक्किम में आर्मी कैंप पर भूस्खलन की तबाही, 3 जवान शहीद, 9 लापता
सुप्रभात : सभी खबर एक नज़र (01 June 2025)