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June 28, 2025

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इंदौर बना देश का पहला AI-आधारित ट्रैफिक सिग्नल वाला शहर, ट्रैफिक जाम में 30% की कमी

इंदौर बना देश का पहला AI-आधारित ट्रैफिक सिग्नल वाला शहर, ट्रैफिक जाम में 30% की कमी

इंदौर, छत्तीसगढ़: देश की स्वच्छता राजधानी इंदौर ने अब स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन के क्षेत्र में भी एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इंदौर देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहाँ पूरे शहर में अत्याधुनिक AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित ट्रैफिक सिग्नल प्रणाली स्थापित की गई है। यह उपलब्धि शहर को ‘स्मार्ट सिटी’ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।

ये स्मार्ट सिग्नल पारंपरिक, समय-आधारित सिग्नलों से बिल्कुल भिन्न हैं। इनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये मानवीय हस्तक्षेप के बिना ही ट्रैफिक के घनत्व का आकलन करते हैं। AI तकनीक से लैस ये सिग्नल स्वयं यह निर्धारित करते हैं कि किस दिशा में वाहनों का आवागमन अधिक है, और उसी के अनुरूप ग्रीन सिग्नल का समय स्वचालित रूप से बढ़ा या घटा देते हैं। इससे ट्रैफिक को बेहद बुद्धिमानी और कुशलता से नियंत्रित किया जाता है।

AI तकनीक से लैस ये सिग्नल सड़कों पर चलने वाले वाहनों की लाइव गिनती करते हैं और वास्तविक समय में ट्रैफिक प्रवाह का विश्लेषण करते हैं। इस उन्नत प्रणाली के परिणामस्वरूप, इंदौर में ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या में उल्लेखनीय रूप से 30% तक की कमी आई है। यह सिर्फ समय की बचत ही नहीं कर रहा है, बल्कि वाहनों के अनावश्यक रूप से खड़े रहने के कारण होने वाले प्रदूषण और ईंधन की खपत में भी महत्वपूर्ण सुधार ला रहा है।

इस अभिनव पहल ने न केवल इंदौर के निवासियों के लिए आवागमन को सुगम बनाया है, बल्कि यह अन्य भारतीय शहरों के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करता है। यदि ऐसी ही स्मार्ट ट्रैफिक प्रणालियों को देश के अन्य प्रमुख शहरों में भी सफलतापूर्वक लागू किया जाता है, तो पूरे देश में ट्रैफिक प्रबंधन में क्रांतिकारी परिवर्तन आ सकता है। इससे न केवल सड़कों पर भीड़भाड़ कम होगी, बल्कि पर्यावरणीय प्रदूषण को नियंत्रित करने और ईंधन दक्षता में सुधार करने में भी बड़ा फायदा मिलेगा। यह एक ऐसा कदम है जो भारत को भविष्य के लिए तैयार शहरी बुनियादी ढाँचे की ओर अग्रसर कर रहा है।

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