रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को शराब घोटाले मामले में बड़ा झटका लगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की विशेष अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत 24 अक्टूबर तक बढ़ा दी है , जिससे वे इस समय तक जेल में रहेंगे।
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ईडी ने मामले की तफ्तीश के लिए और समय मांगा था, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। अदालत के इस आदेश के बाद चैतन्य बघेल की रिमांड अवधि बढ़ गई।
इस मामले में ED की जांच अभी भी जारी है और अधिकारियों का कहना है कि आगे भी सबूत जुटाने और पूछताछ करने की जरूरत है। वहीं राजनीतिक गलियारों में इस मामले को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है।
इस कदम से यह साफ हो गया है कि शराब घोटाले की जांच में ED कोई ढील नहीं दे रही और मामले की कानूनी प्रक्रिया पूरे संकल्प के साथ जारी रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ED और EOW ने मामले की जांच तेज कर दी है। शराब मामले में जुड़े आरोपी अधिकारियों और अन्य लोगों से पूछताछ जारी है। ED आबकारी विभाग के 30 अधिकारियों के बयान दर्ज करने में जुटी है। इनमें 7 रिटायर्ड अधिकारी भी शामिल हैं। ED के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इन्वेस्टिगेशन को करीब 2 साल हो गए हैं। इस केस को मुकाम तक पहुंचाना होगा। हम अपनी फाइनल जांच सुप्रीम कोर्ट के दिए गए निर्धारित समय के अंदर पेश करेंगे।



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