रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे से रविवार दोपहर 2:58 बजे उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E 6313 जब दिल्ली पहुंची, तो वहां तेज आंधी-तूफान ने विमान को लैंडिंग से रोक दिया। विमान में मौजूद करीब 200 यात्री और 7 क्रू मेंबर करीब एक घंटे तक हवा में चक्कर लगाते रहे। इस दौरान विमान 8000 फीट की ऊंचाई पर लगातार “टर्बुलेंस” का शिकार रहा, जिससे यात्री घबरा गए और कई लोगों ने डर के मारे सीट पकड़ी हुई थीं।
टर्बुलेंस क्या होता है?
टर्बुलेंस यानी वायुमंडलीय अशांति, एक ऐसा वातावरणीय प्रभाव होता है जिसमें हवा का प्रवाह अचानक अस्थिर या अनियमित हो जाता है। जब विमान हवा में उड़ रहा होता है और अचानक तेज रफ्तार हवाएं, बादल, या तापमान में अंतर जैसे कारणों से वायुप्रवाह बाधित होता है, तो विमान ऊपर-नीचे या दाएं-बाएं झटके खाता है। यह झटके यात्रियों को ऐसा महसूस कराते हैं मानो विमान हिल रहा हो या गड्ढे में गिर रहा हो। यह आमतौर पर खतरनाक नहीं होता, लेकिन अचानक और तेज होने पर घबराहट और असहजता पैदा कर सकता है।
पायलट ने यात्रियों को सूचित किया कि तूफान के कारण तत्काल लैंडिंग संभव नहीं है। करीब एक घंटे तक विमान आसमान में मंडराता रहा। शाम छह बजे जब मौसम सामान्य हुआ, तब जाकर विमान सुरक्षित रूप से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारा जा सका। यात्रियों और क्रू ने राहत की सांस ली।
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