सागर जिले के चकराघाट वार्ड में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब अनुज जैन का दो साल का बेटा आरव खेलते-खेलते तांबे के घड़ा नुमा गागर में फंस गया। गर्मी से राहत पाने के लिए छत पर रखे पानी के बर्तनों से खेलते हुए आरव ने पहले एक पैर और फिर दूसरा पैर गागर में डाला और उसी में बैठ गया। लेकिन जैसे ही वह बाहर निकलने की कोशिश करने लगा, उसके पैर अटक गए और वह उसमें बुरी तरह फंस गया।
बर्तन से बाहर न निकल पाने पर बच्चे ने रोना शुरू किया, जिससे स्वजन छत पर पहुंचे और उसे निकालने की कोशिशें शुरू हुईं। काफी प्रयासों के बाद भी जब बच्चा नहीं निकला, तो परिजन घबराए और उसे लेकर चमेली चौक स्थित अशोक ताम्रकार की बर्तन मरम्मत की दुकान पर पहुंचे।
दुकानदार अशोक ताम्रकार ने स्थिति को समझते हुए बर्तन काटने का सुझाव दिया और हथौड़ा व छैनी से सावधानीपूर्वक गागर को काटना शुरू किया। इस दौरान बच्चा डरा हुआ था और रोने लगा, लेकिन परिजनों ने उसे बहलाते हुए शांत रखने की कोशिश की। कुछ ही देर में बर्तन का ऊपरी हिस्सा काटकर आरव को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
इस राहतपूर्ण अंत के बाद स्वजनों ने दुकानदार का आभार जताया। घटना के बाद क्षेत्र में भी राहत का माहौल रहा और लोगों ने सूझबूझ के लिए दुकानदार की सराहना की।
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