नई दिल्ली: साल 2025 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और कुछ ही दिनों में नया साल 2026 दस्तक देने वाला है। नए साल का आगमन केवल कैलेंडर बदलने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके साथ ही बैंकिंग, सैलरी, टैक्स और रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े कई अहम नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं। ये बदलाव सीधे तौर पर आम आदमी की जेब और जीवनशैली को प्रभावित करेंगे।
सरकार और विभिन्न नियामक संस्थाओं ने 2026 के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार की है, जिसमें 8वें वेतन आयोग, EPFO नियमों, टैक्स स्लैब, डिजिटल भुगतान और सोशल मीडिया से जुड़े प्रावधान शामिल हैं। इन बदलावों का उद्देश्य जहां कर्मचारियों और उपभोक्ताओं को राहत देना है, वहीं डिजिटल सुरक्षा और वित्तीय पारदर्शिता को भी मजबूत करना है।
कोविड के बाद भारत का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संकट बना प्रदूषण, डॉक्टरों ने जताई गंभीर चिंता
8वें वेतन आयोग को लेकर बढ़ी उम्मीदें
नए साल में केंद्र सरकार 8वें वेतन आयोग को लेकर बड़ा कदम उठा सकती है। यदि इसकी औपचारिक घोषणा होती है, तो इससे केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की सैलरी और भत्तों में सुधार की उम्मीद बढ़ जाएगी।
EPFO नियमों में संभावित बदलाव
2026 से EPFO से जुड़े नियमों में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। पीएफ निकासी प्रक्रिया को और सरल बनाने, ऑनलाइन सेवाओं को मजबूत करने और कर्मचारियों को ज्यादा सुविधा देने पर जोर दिया जाएगा।
टैक्स और बैंकिंग नियमों में बदलाव
नए साल में टैक्स स्लैब में संशोधन और बैंकिंग नियमों में बदलाव संभव हैं। इससे मध्यम वर्ग को राहत मिलने की उम्मीद है, वहीं डिजिटल बैंकिंग को और सुरक्षित व आसान बनाया जाएगा।



More Stories
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने INS वाघषीर में की यात्रा, सबमरीन सॉर्टी करने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति बनीं
Yamuna Expressway Accident : यमुना एक्सप्रेसवे पर दो कारों की भीषण भिड़ंत, टक्कर के बाद आग का गोला बनीं गाड़ियां
मिशन 2026 की तैयारी में BJP, चार चुनावी राज्यों के 15 दिवसीय दौरे पर अमित शाह