छत्तीसगढ़ सरकार ने मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना का नाम बदला, कांग्रेस ने जताई आपत्ति
छत्तीसगढ़ सरकार ने टॉपर्स के लिए चलाई जा रही स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना का नाम बदल दिया है। अब यह योजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के नाम से जानी जाएगी। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी कर दिया है। हालांकि, इस फैसले को लेकर सियासत भी गरमा गई है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर छत्तीसगढ़ के महापुरुषों का अपमान करने का आरोप लगाया है।
नाम बदलने से रुका था टॉपर्स का सम्मान समारोह
इस योजना के तहत हर साल 10वीं और 12वीं के टॉपर्स को सम्मानित किया जाता है। लेकिन योजना के नाम परिवर्तन की प्रक्रिया लंबित रहने के कारण पिछले वर्ष के टॉपर्स को अब तक सम्मान नहीं मिल पाया था। अब सरकार ने घोषणा की है कि जल्द ही सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।
पहले भी बदला जा चुका है योजना का नाम
इस योजना की शुरुआत 2017 में बीजेपी सरकार ने की थी और तब इसे पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना नाम दिया गया था। 2019 में कांग्रेस सरकार ने इसका नाम बदलकर स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना कर दिया था। अब एक बार फिर भाजपा सरकार ने इसे पुराने नाम में बदल दिया है।
योजना के लाभार्थी और प्रोत्साहन राशि
इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल हर साल 10वीं और 12वीं की मेरिट सूची में आने वाले मेधावी छात्रों को सम्मानित करता है।
-
प्रत्येक टॉपर को 1.5 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
-
पिछले वर्ष कक्षा 10वीं में 73 विद्यार्थी और कक्षा 12वीं में 23 विद्यार्थी टॉप टेन सूची में शामिल हुए थे।
-
सभी टॉपर्स और उनके अभिभावकों को अब सम्मान समारोह का इंतजार है।
योजना का वित्तीय प्रबंधन
शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, योजना में लगने वाला संपूर्ण खर्च छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल उठाएगा। सरकार के इस फैसले के बाद अब टॉपर्स के सम्मान समारोह के जल्द आयोजन की संभावना बढ़ गई है, जिससे विद्यार्थियों और उनके परिवारों को राहत मिलेगी।
More Stories
पैरा फुटू खाने से एक ही परिवार के 13 लोग बीमार, सभी अस्पताल में भर्ती
Breaking News: छत्तीसगढ़ में फिर एक्टिव हुई Income Tax, पड़े छापे
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र कल से