NHM का सांकेतिक हड़ताल का तीसरा दिन
रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारी अपनी 10-सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले तीन दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। शुक्रवार को कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थलों पर काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया। उनकी प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, ग्रेड पे, स्थानांतरण नीति, मेडिकल अवकाश, अनुकंपा नियुक्ति और चिकित्सा परिचर्या शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी ने इस आंदोलन को “मोदी जी की गारंटी” की याद दिलाने और सरकार को उनकी लंबे समय से लंबित समस्याओं के समाधान के लिए जागरूक करने का प्रयास बताया। प्रदेश प्रवक्ता श्री पूरन दास ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और अधिक व्यापक और निर्णायक रूप लेगा।
NHM कर्मी पिछले 20 वर्षों से बिना नियमित हुए, अल्प वेतन, बिना ग्रेड पे और बिना सामाजिक सुरक्षा के सरकारी अस्पतालों में सेवाएँ दे रहे हैं। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान भी अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया है।
इस आंदोलन को रायगढ़ सांसद श्री राधेश्याम राठिया का समर्थन मिला है, और अब तक प्रदेश के सभी 90 विधायकों और सांसदों को ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं। आम नागरिकों ने भी NHM कर्मियों की सेवा भावना की सराहना करते हुए स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभाग में संविदा व्यवस्था समाप्त कर कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग की है।
आगामी कार्यक्रम:
* 16 जुलाई 2025: जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
* 17 जुलाई 2025: प्रदेश स्तरीय विशाल प्रदर्शन और विधानसभा घेराव, जिसमें 16,000 से अधिक NHM कर्मचारी रायपुर में शामिल होंगे।
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