रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को रिटायर्ड IAS अधिकारी और पूर्व परीक्षा नियंत्रक समेत कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन सभी को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां CBI ने पूछताछ के लिए रिमांड की मांग की।
₹3200 करोड़ का घोटाला, जांच में खुल रहे चौंकाने वाले राज
CBI ने इस घोटाले में गंभीर अनियमितताओं और पद का दुरुपयोग होने की बात कही है। एजेंसी के अनुसार, चयन प्रक्रिया में धांधली, मेरिट से छेड़छाड़ और गलत तरीके से उम्मीदवारों को लाभ पहुंचाने जैसे मामलों में ये अधिकारी शामिल पाए गए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक रिटायर्ड IAS अधिकारी, पूर्व परीक्षा नियंत्रक, CGPSC से जुड़े अन्य पूर्व कर्मचारी और एक बाहरी दलाल शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन सभी पर प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में गड़बड़ी कर कुछ उम्मीदवारों को अनुचित लाभ पहुंचाने के आरोप हैं।
CBI ने बताया कि मामले की जांच के दौरान कई दस्तावेजी सबूत, कॉल रिकॉर्ड और बैंक लेन-देन की जानकारी जुटाई गई, जिससे आरोपियों की भूमिका स्पष्ट हुई। जांच एजेंसी अब इस पूरे नेटवर्क के पीछे छुपे अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।
कोर्ट में पेश किए गए आरोपियों को रिमांड पर भेज दिया गया है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
यह मामला राज्य में प्रशासनिक भर्ती की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। अब सभी की निगाहें CBI की आगामी कार्रवाई पर टिकी हैं।
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