रायपुर, छत्तीसगढ़: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रायपुर कार्यालय में पदस्थ वरिष्ठ लेखा परीक्षक वीरेंद्र कुमार पटेल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में 28 मई को एक मामला दर्ज किया है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, वीरेंद्र कुमार पटेल ने अपने 12 साल के सेवाकाल में 3.32 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बनाई है, जो उनकी ज्ञात आय के स्रोतों से कहीं अधिक है।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद, सीबीआई ने वीरेंद्र पटेल के विधानसभा के पास स्थित कार्यालय, उनके आवास और तीन अन्य स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। तलाशी के दौरान, सीबीआई को 10 कृषि भूखंड, आवासीय भूखंड सहित अन्य अचल-संपत्तियों की महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। इन संपत्तियों का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया सीबीआई ने शुरू कर दी है। आरोप है कि पटेल ने 1 जनवरी 2013 से 31 मार्च 2025 की अवधि के दौरान आपराधिक दुराचार और अवैध गतिविधियों में लिप्त रहते हुए अपनी और अपने परिवार (पत्नी और पुत्र) के नाम पर यह अवैध संपत्ति अर्जित की है।
कुल मिलाकर, पत्नी एवं पुत्र के नाम पर 3 करोड़ 32 लाख 93 हजार रुपये मूल्य की चल-अचल संपत्तियां पाई गई हैं, जो उनकी घोषित आय से काफी अधिक हैं। यह भी बताया गया है कि सितंबर 2024 में भी सीबीआई ने रायपुर में पटेल के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस समय भी उन पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगे थे। पटेल 13 जुलाई 2006 को सहायक अनुभाग अधिकारी (एसएसओ) के पद पर 4,800 रुपये के ग्रेड पे के साथ नियुक्त हुए थे। पिछली जांच के दौरान 5 करोड़ 37 लाख 4,123 रुपये की चल- अचल संपत्ति खरीदने के इनपुट मिले थे। सीबीआई इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
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