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October 14, 2025

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Rahul Gandhi : लद्दाख हिंसा: राहुल बोले- ‘देश के वीर बेटे’ को गोली मारी, क्या देशसेवा का यही इनाम है? लद्दाख हिंसा: राहुल बोले- ‘देश के वीर बेटे’ को गोली मारी, क्या देशसेवा का यही इनाम है?

 दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख में हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों और गोलीबारी में चार प्रदर्शनकारियों की मौत पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लद्दाख के लोगों से ‘विश्वासघात’ करने का आरोप लगाया है और पूरे मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है।

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‘पीएम ने लद्दाख के लोगों से धोखा किया’

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में अपनी बात रखी। उन्होंने 24 सितंबर को हुई पुलिस गोलीबारी में मारे गए कारगिल युद्ध के अनुभवी सैनिक त्सावांग थारचिन के पिता का वीडियो भी साझा किया।

राहुल गांधी ने कहा, “पिता फौजी, बेटा भी फौजी, जिनके खून में देशभक्ति बसी है। फिर भी बीजेपी सरकार ने देश के वीर बेटे की गोली मारकर जान ले ली, सिर्फ इसलिए क्योंकि वह लद्दाख और अपने अधिकारों के लिए खड़ा था। पिता की दर्द भरी आंखें बस एक ही सवाल पूछ रही हैं – क्या आज देश सेवा का यही इनाम है?”

उन्होंने आगे कहा, “मोदी जी, आपने लद्दाख के लोगों को धोखा दिया है। वे अपना हक मांग रहे हैं, संवाद कीजिए – हिंसा और डर की राजनीति बंद कीजिए।”

गोलीबारी की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने लद्दाख हिंसा में हुई चार मौतों को ‘हत्या’ बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “हमारी मांग है कि लद्दाख में हुई इन हत्याओं की निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी ही चाहिए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”

लेह में इंटरनेट सेवा 3 अक्टूबर तक बंद

लद्दाख को राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर लेह एपेक्स बॉडी (LAB) के आह्वान पर 24 सितंबर को हिंसक झड़पें हुई थीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे।

हालात पर काबू पाने के लिए लेह शहर में कर्फ्यू लगाया गया था, जो अब ढील के साथ जारी है। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने पूरे लेह जिले में इंटरनेट सेवाओं को 3 अक्टूबर तक के लिए निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, हिंसा भड़काने के आरोप में पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को भी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया है।

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