रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार को राज्य की रजत यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले तीन प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधियों — रजनी ताई उपासने, बनवारी लाल अग्रवाल और राधेश्याम शुक्ल — को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये तीनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ के राजनीतिक, सामाजिक और लोकतांत्रिक विकास में अमूल्य योगदान दिया है, जिन्हें सदन और प्रदेश हमेशा स्मरण रखेगा।
चूल्हा और हीटर की आग में दो महिलाओं की दर्दनाक मौत, समय पर इलाज न मिलने से बढ़ा हादसा
रजनी ताई उपासने को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री साय ने रायपुर की पहली महिला विधायक रजनी ताई उपासने के जीवन और योगदान को रेखांकित करते हुए कहा—
-
“रजनी ताई राजनीतिक और सामाजिक जीवन की प्रेरक व्यक्तित्व थीं। उनका निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।”
रजनी ताई ने महिलाओं के अधिकारों, सामाजिक उत्थान और जनसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए थे।
बनवारी लाल अग्रवाल के समर्पण को किया याद
पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष और दो बार के विधायक रहे बनवारी लाल अग्रवाल के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा—
-
“जनसेवा, संगठन और समाज के प्रति उनका समर्पण हम सभी के लिए अनुकरणीय है।”
अग्रवाल ने अपने राजनीतिक जीवन में लोगों के बीच मजबूत जनसंपर्क और विकास कार्यों के लिए विशेष सम्मान अर्जित किया था।
राधेश्याम शुक्ल का भी किया स्मरण
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की रजत यात्रा की सफलता में राधेश्याम शुक्ल जैसे जनप्रतिनिधियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है।
उन्होंने कहा कि शुक्ल का जनहित के प्रति समर्पण और उनकी सरल कार्यशैली जनता के बीच आज भी मिसाल के रूप में देखी जाती है।
विशेष सत्र में मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का यह विशेष सत्र उन सभी नेताओं को याद करने का अवसर है जिन्होंने प्रदेश की नींव मजबूत करने में अपना जीवन समर्पित किया।
उन्होंने आगे कहा कि इन जनप्रतिनिधियों की निष्ठा, विचारधारा और सेवा-भाव प्रदेश की आगामी पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेगी।



More Stories
Raipur Fire Factory Accident : वेल्डिंग के दौरान उठी लपटें, पूरी फैक्ट्री आग की चपेट में
School Children Accident : CCTV में कैद खौफ कार की टक्कर से दो मासूमों की जान गई, एक गंभीर
BIG BREAKING: छत्तीसगढ़ सहित 10 राज्यों में ED की बड़ी छापेमारी, प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन घोटाले पर शिकंजा कसा