Categories

October 14, 2025

वेब न्यूज़ पोर्टल संघर्ष के स्वर

संघर्ष ही सफलता की पहली सीढ़ी है।

रायपुर में ‘अमृत मिशन 2.0’ की पाइप चोरी रैकेट का खुलासा, पांच आरोपी नामजद

रायपुर में ‘अमृत मिशन 2.0’ की पाइप चोरी रैकेट का खुलासा, पांच आरोपी नामजद

FIR का अवलोकन इस लिंक से कर सकते हैं

रायपुर। माना कैम्प थाना क्षेत्र में केंद्र सरकार के महत्त्वाकांक्षी अमृत मिशन 2.0 परियोजना के तहत बिछाई जा रही डक्टाइल आयरन पाइप्स की चोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें ठेकेदार, इंजीनियर और उनके सहयोगियों सहित पाँच लोगों को नामजद किया गया है। सर्वमंगला इंफ्राबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट विपुल ठाकुर ने इस संबंध में माना कैम्प थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303(2) और 3(5) के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।

₹7 लाख मूल्य की 107 पाइप्स चोरी

शिकायतकर्ता विपुल ठाकुर ने पुलिस को बताया कि उनकी कंपनी को नगर पंचायत माना कैम्प के क्षेत्राधिकार में डक्टाइल आयरन पाइप बिछाने का कार्य मिला था। 25 सितंबर 2025 को उन्हें ज्ञात हुआ कि उनके स्टॉक यार्ड से Rashmi Metalik ब्रांड की पाइप्स चोरी हो गई हैं। कंपनी ने अपने स्तर पर खोजबीन की, जिसके बाद 107 नग चुराई गई पाइप्स डुंडा अशोका पाम मिडोस के पास हाईवे किनारे पड़ी मिलीं। कंपनी ने सुरक्षा के लिहाज से इन पाइप्स को उक्त स्थान से स्वयं ही उठवा लिया। चोरी हुई इन पाइप्स का कुल मूल्य लगभग ₹7,00,000/- (सात लाख रुपये) आंका गया है।

ठेकेदार ने ₹3.32 लाख में खरीदी चोरी की पाइप्स

चोरी की गई पाइप्स को लोड करते समय, नगर निगम के एक अधिकारी ने कंपनी की टीम से पूछताछ की, जिसके बाद राजकुमार यादव नामक एक ठेकेदार का नंबर प्राप्त हुआ। पूछताछ में राजकुमार यादव ने खुलासा किया कि वह नगर निगम के पाइप बिछाने के ठेके पर काम करता है, और उसने यह चोरी की पाइप्स ₹3,32,000/- में संजय नागले से खरीदी थीं। शिकायतकर्ता ने अपने आवेदन में इस चोरी को एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा बताया है।

पांच आरोपी नामजद

पुलिस को दिए आवेदन में शिकायतकर्ता ने पाँच व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही का अनुरोध किया है। नामजद किए गए आरोपियों में शामिल हैं:

* राजकुमार यादव: कथित रूप से चोरी की पाइप्स खरीदने वाला ठेकेदार।

* संजय नागले: चोरी की पाइप्स का प्रमुख विक्रेता।

* इंजीनियर सुरेन्द्र श्रीवास: जिसे पूरे नेटवर्क की कड़ी जोड़ने और संदिग्ध लेनदेन में सक्रिय भूमिका निभाने का आरोपी बनाया गया है।

* सागर मंडल: संजय नागले का सहयोगी।

* संजू हणोतरे: संजय नागले का सहयोगी।

शिकायतकर्ता ने राजकुमार यादव से यह पता लगाने की मांग की है कि उसने अब तक कितनी बार चोरी की पाइप्स खरीदी हैं और यह सिलसिला कब से चल रहा है। पुलिस ने 08 अक्टूबर 2025 को लिखित आवेदन प्राप्त होने के बाद अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में ले लिया है। मामले की जांच जारी है।

About The Author