दुर्ग: दुर्ग जिला अस्पताल में इलाज में लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है। चूहे मारने की दवा खाकर भर्ती हुए एक 24 वर्षीय युवक की मौत डिस्चार्ज होने से ठीक पहले हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि नर्स द्वारा गलत इंजेक्शन लगाए जाने के कारण युवक की तबीयत बिगड़ी और उसकी जान चली गई।
ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं, 610 ड्राइवरों पर गिरी गाज
घटना के अनुसार, सिद्धार्थ नगर निवासी प्रभाष सूर्या (24) ने कुछ दिन पहले चूहे मारने वाली दवा खा ली थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार हो गया था और उसे आज डिस्चार्ज किया जाना था।
परिजनों के मुताबिक, डिस्चार्ज की प्रक्रिया पूरी होने से ठीक पहले, एक नर्स ने प्रभाष को उल्टी कराने के लिए एक इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के तुरंत बाद प्रभाष की तबीयत अचानक बिगड़ गई। वह खून की उल्टी करने लगा और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उन्होंने कहा कि जब युवक पूरी तरह ठीक था और उसे छुट्टी दी जा रही थी, तो नर्स ने किस वजह से इंजेक्शन लगाया। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है। इस मामले ने जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली और इलाज की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
More Stories
Naxalite threat :पूर्व उपसरपंच को नक्सली धमकी, घर पर चिपकाया गया भयभीत करने वाला पर्चा
Forest Rights Lease: धान बिक्री में राहत, वन अधिकार पट्टाधारी किसानों को नहीं कराना होगा पंजीयन
Saraapha vyaapaari chori : बस में सोने-चांदी और नकदी से भरा बैग गायब, कारोबारी से 90 लाख की उठाईगिरी