5 July संवाददाता: विवर तिवारी (राज)
अमलीडीह, रायपुर: क्षेत्र के अत्यंत लोकप्रिय और जुझारू जन प्रतिनिधि श्री रामखिलावन सिंह ठाकुर, जिन्हें प्यार से नानू भैया कहा जाता है, का जन्मदिन शासकीय प्राथमिक शाला अमलीडीह, रायपुर में बेहद सादगी और स्कूली बच्चों के उत्साह के बीच मनाया गया। यह अवसर केवल शुभकामनाओं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि नानू भैया ने अपने जन्मदिन को एक प्रेरणादायी सामाजिक पहल का माध्यम बना दिया। उन्होंने समाज सेवी, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों और क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों के साथ मिलकर स्कूली बच्चों को गणवेश के एक महत्वपूर्ण और अक्सर उपेक्षित हिस्से—स्कूल शूज़—का वितरण किया।
यह अभिनव विचार स्थानीय स्तर पर बेहद सराहा गया। इस पहल को गौरीशंकर सोनी, सोना राव, मनोज साहू, कैलाश कदम, रोहित कर्ण, जिनेश ठाकुर, एन.आर. नायडू, आर.डी. दहिया, आनंद मसीह, प्रिंसिपल, सीनियर सिटीजन अध्यक्ष विनय चौरे सहित कई प्रमुख हस्तियों और शिक्षाविदों ने खुले दिल से स्वागत किया। सभी ने एक स्वर में इस बात पर जोर दिया कि यह कदम बच्चों की शिक्षा में एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। अक्सर देखा जाता है कि उचित जूते न होने के कारण बच्चे स्कूल आने से कतराते हैं या पढ़ाई के दौरान असहज महसूस करते हैं। स्कूल शूज़ मिलने से न केवल उनकी उपस्थिति बढ़ेगी, बल्कि वे आत्मविश्वास और सहजता के साथ स्कूल आ पाएंगे, जिससे उनकी सीखने की प्रक्रिया में सुधार होगा।
कार्यक्रम के दौरान, वक्ताओं ने नानू भैया के सामाजिक सरोकारों और जनहितैषी कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल दर्शाती है कि जनप्रतिनिधि अपने जन्मदिन जैसे व्यक्तिगत अवसरों का उपयोग भी समाज के उत्थान के लिए कर सकते हैं। इस दौरान, उपस्थित बच्चों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी, जो इस नेक कार्य की सफलता का प्रमाण था। इस पहल से बच्चों को न केवल भौतिक सहायता मिली है, बल्कि उन्हें यह संदेश भी मिला है कि समाज उनके साथ खड़ा है और उनके भविष्य के प्रति जागरूक है। यह कदम निश्चित रूप से अमलीडीह क्षेत्र में शिक्षा के प्रति एक नई चेतना जगाएगा और बच्चों को बेहतर कल की ओर अग्रसर करेगा।
यह खबर जरूर पढ़ें – जाने 8 जुलाई का वैश्विक इतिहास
More Stories
CG News: कोयला घोटाले के मास्टरमाइंड आरोपी सूर्यकांत तिवारी की जेल बदलने की अर्जी कोर्ट ने खारिज की
सकरी में फैक्ट्री के नजदीक 16 पशुओं की मौत से मचा हड़कंप, मौके पहुंचे आलाधिकारी और जमीन मालिक…. जहरीला पदार्थ या कुछ और..!
छत्तीसगढ़ में कृषि भूमि के बाजार मूल्य निर्धारण के नियमों में बड़ा बदलाव