प्रतिष्ठित समाचार पत्र के प्रकाशित एक खबर, जिसमें अबूझमाड़ और इंद्रावती टाइगर रिजर्व के पास माओवादी ठिकानों पर सुरक्षा बलों की संभावित बड़ी कार्रवाई का संकेत दिया गया था, आज पूरी तरह सच साबित हुई। बुधवार को हुए एक बड़े मुठभेड़ में, सुरक्षा बलों ने कुख्यात माओवादी कमांडर, दलित ब्यूरो सदस्य और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नेता बचराव राजू उर्फ नाबाला केशव राव उर्फ गन्ना, जिसे बसव के नाम से भी जाना जाता था, को मार गिराया। इस कार्रवाई में बसव सहित 27 अन्य माओवादी भी ढेर हुए, और उनके एक सुरक्षित ठिकाने को ध्वस्त कर दिया गया।
यह कार्रवाई उस निर्णायक लड़ाई का हिस्सा है जिसकी शुरुआत सुरक्षा बलों ने 2 मार्च 2026 तक माओवादियों के पूर्ण खात्मे के लक्ष्य के साथ की है, जैसा कि नईदुनिया ने एक दिन पहले ही सूचित किया था। राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (एनटीआरओ) से मिली लाइव जानकारी इस अभियान की सफलता में महत्वपूर्ण साबित हुई। स्पष्ट है कि अब माओवादियों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं रह गया है।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में बस्तर दौरे के दौरान माओवादियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की थी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी लगातार आत्मसमर्पण के लिए संदेश दे रहे हैं, यह दर्शाता है कि सरकार का इरादा हिंसा को समाप्त कर शांति और विकास को बढ़ावा देना है। इस बड़ी सफलता के बाद, उम्मीद है कि शेष माओवादी भी आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रेरित होंगे।
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