मुंबई में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है और इसकी वापसी ने स्वास्थ्य विभाग और नागरिकों के बीच चिंता बढ़ा दी है। 19 मई 2025 को शहर में कोरोना के 53 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि दो लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में एक 58 वर्षीय महिला और एक मासूम बच्ची शामिल हैं। दोनों मरीजों का इलाज KEM अस्पताल में चल रहा था। बताया जा रहा है कि दोनों गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे – महिला को नेफ्रोटिक सिंड्रोम था, जबकि बच्ची कैंसर से जूझ रही थी।
स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि ये मौतें कोरोना के नए और संभावित खतरनाक वेरिएंट JN.1 LF7 से जुड़ी हो सकती हैं। दोनों मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं ताकि संक्रमण के स्वरूप की पुष्टि हो सके। हालांकि BMC ने साफ किया है कि मौत का प्राथमिक कारण उनकी पुरानी बीमारियाँ हैं, लेकिन कोविड संक्रमण ने स्थिति को और बिगाड़ दिया।
महाराष्ट्र में कोरोना मामलों में अचानक आई इस तेजी ने अलर्ट की घंटी बजा दी है। अप्रैल में जहां केवल चार मामले सामने आए थे, वहीं मई के पहले तीन हफ्तों में यह संख्या 80 को पार कर गई है। इनमें सबसे ज्यादा केस मुंबई से रिपोर्ट किए गए हैं, जो इस बात का संकेत है कि शहर फिर संक्रमण की चपेट में आ सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम में बदलाव, ठंडक और घटती इम्यूनिटी इसका कारण हो सकते हैं। हालांकि अब तक स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन नए वेरिएंट की मौजूदगी ने डर का माहौल बना दिया है। BMC ने सेवन हिल्स और कस्तूरबा अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों और ICU की व्यवस्था कर दी है, जिसे जरूरत पड़ने पर और बढ़ाया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि लापरवाही न करें। भीड़-भाड़ में मास्क पहनें, लक्षण दिखने पर टेस्ट करवाएं और टीकाकरण पूरा कराएं। फिलहाल, सावधानी ही सुरक्षा है क्योंकि कोरोना फिर दरवाजे पर दस्तक दे चुका है।
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