बिलासपुर के अपोलो अस्पताल प्रबंधन पर FIR हुई है। मामला 2006 में हुई छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पं. राजेन्द्र शुक्ल की मौत से जुड़ा हुआ है। फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ नरेंद्र जान केम के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
“25 लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत, दहशत का माहौल”
जांच में आरोपी के नाम, जन्मतिथि और पिता का नाम तक अलग-अलग पाए गए हैं। आरोपी की गिरफ्तारी पहले ही मध्यप्रदेश के दमोह से हो चुकी है।
जांच में अस्पताल की गंभीर लापरवाही सामने आई
आरोप है कि आरोपी डॉक्टर ने फर्जी डिग्री के आधार पर इलाज किया और लापरवाही से मौत का कारण बना। शिकायत स्व राजेन्द्र शुक्ल के बेटे डॉक्टर प्रदीप शुक्ला ने सरकंडा थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद IPC की धारा 420, 465, 466, 468, 471, 304, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया।
FIR में अपोलो प्रबंधन को भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि बिना दस्तावेज सत्यापन के अस्पताल प्रबंधन ने फर्जी डॉक्टर को भर्ती कर इलाज का मौका दिया, जिससे गंभीर लापरवाही हुई और मरीज की जान चली गई। पुलिस अब प्रबंधन की भूमिका की भी जांच कर रही है।
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