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शहीद भगत सिंह का किरदार निभाकर Manoj Kumar ने रचा इतिहास, 20 साल तक कोई नहीं बना पाया वैसी फिल्म

बॉलीवुड में देशभक्ति फिल्मों की जब भी बात होती है, तो अभिनेता मनोज कुमार का नाम सबसे पहले लिया जाता है। उन्होंने न सिर्फ देशभक्ति सिनेमा को एक नई पहचान दी, बल्कि भगत सिंह के किरदार को भी बड़े पर्दे पर इस कदर जीवंत कर दिया कि अगले 20 सालों तक कोई और अभिनेता वैसा प्रभाव नहीं छोड़ पाया। उनकी फिल्म ‘शहीद’ (1965) आज भी देशभक्ति पर बनी सबसे बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती है।

‘शहीद’ फिल्म से मिली अमर पहचान

साल 1965 में रिलीज हुई ‘शहीद’ को निर्देशक एस.एस. शर्मा ने बनाया था। इस फिल्म में मनोज कुमार ने भगत सिंह की भूमिका निभाई थी और अपनी दमदार अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया था। यह फिल्म भगत सिंह के जीवन, उनके संघर्ष और बलिदान को बेहद प्रभावी ढंग से दिखाने में सफल रही। इस फिल्म ने न सिर्फ कई फिल्मफेयर अवॉर्ड्स जीते, बल्कि देश के युवाओं के बीच भी क्रांति और आजादी का जज्बा भर दिया।

‘भारत कुमार’ की उपाधि मिली

मनोज कुमार की पहचान एक देशभक्त अभिनेता के रूप में तब और मजबूत हो गई जब उन्होंने 1967 में ‘उपकार’ बनाई। भारत-पाकिस्तान युद्ध (1965) के दौरान देशभक्ति के माहौल को देखते हुए बनी इस फिल्म ने सिनेमाघरों में जबरदस्त सफलता हासिल की और मनोज कुमार को ‘भारत कुमार’ का दर्जा मिल गया। इसके बाद उन्होंने ‘पूरब और पश्चिम’, ‘रोटी, कपड़ा और मकान’ और ‘क्रांति’ जैसी सुपरहिट देशभक्ति फिल्मों से इस जॉनर को और मजबूत किया।

मनोज कुमार की बराबरी करना मुश्किल

भगत सिंह पर कई फिल्में बनी हैं, जिनमें अजय देवगन, बॉबी देओल और सोनू सूद जैसे अभिनेताओं ने उनका किरदार निभाया, लेकिन मनोज कुमार जैसा जादू कोई और नहीं बिखेर पाया। उनकी ‘शहीद’ फिल्म ने न केवल भगत सिंह की विचारधारा को आम जनता तक पहुंचाया, बल्कि आने वाली कई पीढ़ियों को प्रेरित भी किया।

भगत सिंह पर बनी पहली फिल्म 1954 में आई थी

भगत सिंह के जीवन पर बनी पहली हिंदी फिल्म 1954 में ‘शहीदे आज़म भगत सिंह’ थी, जिसमें प्रेम अदीब ने भगत सिंह का किरदार निभाया था। इसके बाद 1963 में आई ‘शहीद भगत सिंह’, जिसमें शम्मी कपूर ने यह भूमिका निभाई। हालांकि, 1965 में मनोज कुमार की ‘शहीद’ को सबसे ज्यादा सराहना मिली और इसे भगत सिंह पर बनी अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्म माना जाता है।

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