वेब न्यूज़ पोर्टल संघर्ष के स्वर

"संघर्ष ही सफलता की पहली सीढ़ी है।"

गोहत्या

छत्तीसगढ़ का ईसाई संगठन अब देशभर में गोहत्या रोकने और गायों के संरक्षण की मुहिम चलाएगा।

रायपुर। छत्तीसगढ़ से शुरू हुई ईसाई संगठन की सौहार्द्रपूर्ण संबंध स्थापित करने की पहल अब पूरे देश में विस्तारित की जाएगी। द चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया (CNI) के जनसंपर्क निदेशक प्रांजय मसीह ने बताया कि गोधन रक्षण एवं संरक्षण जैसी पहल, जो पिछले वर्ष प्रारंभ हुई थी, अब अन्य राज्यों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

गोशाला स्थापना की योजना
मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में चर्च की जमीनों पर गोशालाएं स्थापित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इससे पहले सहायक प्राध्यापक मो. फैज खान भी गायों की रक्षा का संकल्प ले चुके हैं। उन्होंने 2012 में नौकरी छोड़कर इस अभियान को अपना लिया था।

गोहत्या रोकने के लिए जनजागरण अभियान
डायोसिस के सचिव नितिन लारेंस ने बताया कि बलौदाबाजार जिले में 22 से 24 मार्च तक गोहत्या रोकने के लिए जनजागरण सभा और 50 किलोमीटर की दंडवत यात्रा निकाली गई। इस आयोजन में मसीही समुदाय और हिंदू संगठनों ने मिलकर भाग लिया।

उन्होंने आगे बताया कि डायोसिस विभिन्न राष्ट्रसेवा गतिविधियों में सक्रिय रूप से योगदान दे रहा है। बलौदाबाजार जिले के विश्रामपुर स्थित चर्च में मसीही समाज के प्रांतीय अधिकारियों ने सद्भावना सभा आयोजित की, जहां प्रशासन के सहयोग से गो संवर्धन एवं संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। प्रदेश में गौरेला पेंड्रा मरवाही, बलौदाबाजार और महासमुंद में गोशालाओं की स्थापना की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

डायोसिस के प्रमुख कार्यक्रम

  • प्रधानमंत्री की ‘न्योता भोज’ योजना के तहत चर्चों में विशेष कार्यक्रम आयोजित।
  • हर घर तिरंगा रैली के माध्यम से राष्ट्रप्रेम की भावना को जागृत किया गया।
  • छत्तीसगढ़ में पेंड्रा रोड सहित तीन स्थानों पर गोशालाएं स्थापित करने की तैयारी।
  • ‘मसीह वाटिका’ नामक उद्यान की स्थापना, जहां आयुर्वेदिक व फलदार वृक्षों का रोपण किया जा रहा है।
  • ‘हरित कुंभ’ अभियान में सहयोग, जिसके तहत 1,000 थैले और 1,000 थालियों का वितरण किया गया।

दिल्ली में गोशाला संचालन के लिए पहल

CNI के निदेशक प्रांजय मसीह ने बताया कि दिल्ली से सटे हरियाणा क्षेत्र में गोशाला के लिए जमीन तलाशी जा रही है। साथ ही, दिल्ली में गोशाला संचालन के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखा जाएगा ताकि सरकार से सहयोग मिल सके।

उन्होंने कहा कि प्रभु मसीह का जन्म गोशाला में हुआ था, इसलिए गाय न केवल हिंदू समाज बल्कि ईसाई समुदाय के लिए भी मां के समान है। इस संदेश को ईसाई समाज में प्रसारित किया जा रहा है।

About The Author